अर्जुन पुरुस्कार के बारे में
इसे 1961 में आरंभ किया गया था और इसमें 5 लाख रूपया का नगद पुरुष्कार दिया जाता है। खिलाडी को न केबल उत्क्रष्ट्ता के साथ अंतरराष्टीय स्तर पर पिछले तीन वर्षो में और उस वर्ष में जिसमे पुरुष्कार की सिफारिश की गयी है लगातार अच्छा प्रदर्शन किया होना चाहिए बल्कि नेतृत्व , खेल भावना और अनुशासन का साथ दर्शाया होना चाहिए। २००१ से यह पुरुष्कार केबल उन विभागों में दिया जायेगा जो निम्नलिखित श्रेढियों में जाते है।
- ओलिंपिक खेलो में
- स्वदेशी खेल
- शारीरिक रूप से असमर्थ लोगो के लिए खेल
प्रत्येक वर्ष अधिकतम १५ अर्जुन पुरुष्कार दिए जाते है
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